tag:blogger.com,1999:blog-5923596943617279648.post3944625694203288654..comments2017-04-15T05:47:02.489-07:00Comments on Vedastra: The mother soulkrsn duttahttp://www.blogger.com/profile/09406694371217615677noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-5923596943617279648.post-73355539190927182332017-04-15T05:47:02.489-07:002017-04-15T05:47:02.489-07:00जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी।।
जय...जय जय गिरिबरराज किसोरी। जय महेस मुख चंद चकोरी।।<br />जय गज बदन षड़ानन माता। जगत जननि दामिनि दुति गाता।।<br />नहिं तव आदि मध्य अवसाना। अमित प्रभाउ बेदु नहिं जाना।।<br />भव भव बिभव पराभव कारिनि। बिस्व बिमोहनि स्वबस बिहारिनि।।<br />दो0-पतिदेवता सुतीय महुँ मातु प्रथम तव रेख।<br />महिमा अमित न सकहिं कहि सहस सारदा सेष।।235।।<br />–*–*–<br /><br />सेवत तोहि सुलभ फल चारी। बरदायनी पुरारि पिआरी।।<br />देबि पूजि पद कमल तुम्हारे। सुर नर मुनि सब होहिं सुखारे।।krsn duttahttps://www.blogger.com/profile/09406694371217615677noreply@blogger.com